hawan-ghee_ahuti

शुद्ध असली सामग्रियो द्वारा धूप यज्ञ हवन से होने वाला अनुभव

जहां पर हवन हो रहा है वहां हमें क्या दिखता है नीचे कुछ लकड़ियां प्रज्वलित हैं और कंडे जो गाय के गोबर से बने हैं वह भी लकड़ी के साथ में जलते हुए दिख रहे हैं और ऊपर से विभिन्न वनस्पतियों औषधियों जड़ी बूटियों का मिश्रण डाला जा रहा है जिसमें धी गुड मिला हुआ है हमें एक और चीज दिख रही है ऊपर से चम्मच से गाय का घी भी डाला जा रहा है
चारों और का वातावरण आकर्षित कर रहा है हमें अच्छा अनुभव हो रहा है सुगंध युक्त सुरम्य वातावरण है इस श्रेयस वातावरण में बेचैनी घबराहट अधीर पन भय उदासी अकेलापन गिलानी विशाद नेगेटिविटी मानसिक थकान कम हो रही है चित्त शांत हो रहा है मन स्थिर हो रहा है मन की उदासी कम हो गई है और प्रफुल्लता महसूस हो रही है मैं स्वयं को स्वस्थ महसूस कर रहा हूं सकारात्मक तेजस्वी वातावरण में स्वयं को पाकर मैं खुश हूं चारों और ऊर्जा का अनुभव हो रहा है अच्छे विचार आने लगे हैं आंतरिक शक्ति का अनुभव हो रहा है जैसे कोई तेज उत्पन्न हो रहा हो बौद्धिक सोच उत्पन्न हो रही हो मेरे अंदर उत्पन्न परिवर्तन मुझे महसूस हो रहा है ऐसी अनुभूति है जैसे मेरी अभी-अभी चिकित्सा हुई है क्या मैं चिकित्सालय में खड़ा हूं हवा बदल गई है प्रकृति सुंदर लगने लगी है मैं स्वयं से मिल रहा हूं मेरे अंदर स्थिरता एकाग्रता आ चुकी है आनंद का अनुभव है यह दिव्य अनुभूति है जीवन आनंद है यह अनुभूति क्यों कैसे प्राप्त हुई इसका विचार मेरे मन में सवाल पैदा कर रहा था कि कुछ ही समय पूर्व जो मैं बेचैन था अब अच्छा महसूस कर रहा हूं ऐसा कैसे हुआ यह जानने की इच्छा यह प्रश्न अपने आप से ही करते हुए उसके उत्तर की खोज करने लगा जो यज्ञ हो रहा था मैंने पाया उसमें उच्च कोटि की सामग्री का प्रयोग था उसमें अनेकों प्रकार की औषधियां थी सुगंधित जड़ी बूटियां थी रोग प्रतिरोधी जड़ी बूटियों के साथ कई जड़ी बूटियां संक्रमण से लड़ने वाली थी वायरस कीटाणु फंगस कर्मी रोगाणु विषाणु को मारने वाली क्षमता की जड़ी बूटियां एवं पर्यावरण में व्याप्त अनेक विकृतियों को हटाकर उन्हें शुद्ध करने की क्षमता वाली जड़ी बूटियां थी पर्यावरण में व्याप्त अनेक प्रकार की हानिकारक गैसों से लड़ने की क्षमता इन जड़ी बूटियों में थी जिससे हवा जल आकाश भूमि शुद्ध हो रही थी भूमि पर रहने वाले सभी प्राणी पेड़ पौधे वनस्पतियां फसलें सभी उपकृत हो रहे थे फसलों पर हानिकारक कीटाणुओं का प्रभाव कम हुआ था पेड़ पौधे अधिक हष्ट पुष्ट उर्जा से युक्त पौष्टिक फल देने वाले ऊर्जावान थे धूप यज्ञ हवन का परिणाम यज्ञ में उपयोग किए जाने वाली जड़ी बूटियां इन सभी के प्रभाव से यह सब हो रहा था धी ज्वलनशील होने से वातावरण में ऑक्सीजन अधिक दे रहा था यज्ञ में उत्पन्न धूआ हमारे रोम रोम में समा रहा था दूध दही घी व अन्य सामग्री जो पूषठी कारक बल प्रदान करने वाली थी वह हमारी रोग प्रतिरोधी क्षमता का विकास कर रही थी मानसिक शक्ति का विकास हो रहा था यह सभी औषधीय जड़ी बूटियां हमारा सवांगणीया विकास एवं सुरक्षा देने वाली थी ऐसा लगा कि हम ऐसी महान संस्कृति परंपरा का हिस्सा है विज्ञान आयुर्वेदा कि यह प्रत्यक्ष प्रमाण सहित दर्शन था पंचमहाभूत शुद्ध हो चुके थे और पंच भूत से बना हमारा शरीर भी शुद्ध हो रहा था।